वो कितनी हॉट लग रही थी की

वो कितनी हॉट लग रही थी

— एक रोमांटिक कहानी

शाम का वक्त था। हल्की बारिश थम चुकी थी, और सड़कें अब भीगी हुई चमक रही थीं। हवा में एक अजीब सी ताजगी थी, जो दिल को छू रही थी। मैं अपने कॉलेज के रीयूनियन पार्टी में जा रहा था, थोड़ी झिझक, थोड़ा उत्साह लेकर। सालों बाद पुराने दोस्तों से मिलने का अलग ही मज़ा होता है, लेकिन जो मुझे सबसे ज्यादा बेचैन कर रही थी, वो थी “सिया”

हाँ, वही सिया… कॉलेज की सबसे खूबसूरत लड़की। उसके लिए नज़रें तो क्या, दिल भी फिसल जाते थे। उसकी आँखों में कुछ ऐसा जादू था जो किसी को भी बाँध सकता था। और आज, इतने सालों बाद, उसे फिर से देखने का मौका मिलने वाला था। मन में एक सवाल लगातार घूम रहा था – क्या वो अब भी वैसी ही होगी?

पार्टी शुरू हो चुकी थी। हल्का संगीत, चमकती लाइट्स, और दोस्तों की हँसी… सब कुछ बहुत खूबसूरत लग रहा था। और तभी मेरी नज़र दरवाज़े की ओर गई, और वो आ गई… सिया।

मैंने पल भर को अपनी साँस रोक ली। वो कितनी हॉट लग रही थी, मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। एक रेड ऑफ-शोल्डर ड्रेस, हल्की सी मुस्कान, खुले बाल, और नज़रें इतनी तीखी कि जैसे सीधे दिल में उतर जाएं। उसकी चाल में आत्मविश्वास था, और चेहरे पर वही मासूमियत जो मुझे कॉलेज के दिनों में दीवाना बना देती थी।

सिया सीधा मेरे पास आई, जैसे जानती हो कि मैं उसे ही देख रहा हूँ।

“हाय आयुष,” उसने मुस्कुराकर कहा। उसकी मुस्कान में वही पुरानी गर्मी थी, वही अपनापन।

“सिया… तुम बिल्कुल नहीं बदली,” मैंने कहा।

“और तुम भी… थोड़ा स्मार्ट जरूर हो गए हो,” उसने आँख मारते हुए जवाब दिया।

हम दोनों बैठ गए और बातें शुरू हो गईं। उसकी बातों में वही मिठास थी।

“कॉलेज में मैं चाहती थी कि तुम मुझसे कुछ कहो…”

मैं चौंक गया।

“सच में?”

“हाँ… पर तुम बहुत सीरियस रहते थे, और मैं सबकी नजरों में बस एक हॉट लड़की थी…”

मैंने उसका हाथ पकड़ लिया। “माफ करना सिया… मैं डर गया था।”

“अब कह सकते हो…” उसने कहा।

मैंने उसकी आँखों में देखा और कहा, “मैं तुमसे प्यार करता हूँ, सिया।”

उसकी आँखें भर आईं, “मैं भी… सालों से।”

उस रात सब कुछ बदल गया था।

हम दोनों छत पर गए, हल्की बारिश फिर शुरू हो चुकी थी। सिया भीग रही थी, और उस पल उसकी खूबसूरती ने मुझे जड़ कर दिया। गीले बाल, नर्म होंठ और सादगी में छुपी हॉटनेस ने मुझे दीवाना कर दिया।

मैंने धीरे से उसका चेहरा छुआ।

“सिया… तुम सच में कमाल लग रही हो।”
“तो अब डरते नहीं?”
“अब तो बिल्कुल नहीं।”

उसने मुझे बाहों में भर लिया… और उस बारिश में हम दोनों एक हो गए।

वो सिर्फ हॉट नहीं थी… वो दिल से हॉट थी। उसके जज्बात, उसकी मासूमियत, और उसकी हिम्मत ने उसे और भी खास बना दिया।

कभी-कभी कुछ लोग सिर्फ इसलिए खास होते हैं, क्योंकि उनकी खूबसूरती सिर्फ आंखों से नहीं, दिल से दिखती है।

– समाप्त –

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